Web Developer Kaise Bane : अगर आप एक वेब डेवलपर बनना चाहते है तो, जानें इसके प्रकार, कोर्स और सैलरी की सम्पूर्ण जानकारी

Web Developer Kaise Bane : आजकल तो हर स्कूलों से लेकर कंपनियों तक सभी डिजिटल हो गया है। वर्तमान में वेबसाइटों की जरूरत और बढ़ती ही जा रही है, क्योंकि सभी कंपनियां और स्कूल वेबसाइटों का उपयोग करते हैं। इस समय  वेब डेवलपमेंट में अपना करियर बनाने का सबसे अच्छा ऑप्शन हो सकता है। वैसे भी इस समय एक स्किल्ड वेब डेवलपर की मार्केट में भारी डिमांड होती जा रही है। इसलिए अगर आप इंटरनेट पर काम करने का काफी रुचि रखते हैं और टेक्नोलॉजी में भी अच्छी खासी जानकारी है तो वेब डेवलपर बनना काफी अच्छा साबित हो सकता है और साथ ही वेब डेवलपर की कमाई भी बढ़ती ही जा रही है।

इस समय एक स्किल्ड वेब डेवलपर की मार्केट में भारी डिमांड है। एक अच्छा वेब डेवलपर बनने के लिए आपके पास world web की गहरी नॉलेज होनी चाहिए। जब कोई वेब डेवलपर एक नई वेबसाइट बनाता है, तो वेब पोर्टफोलियो (फाइल) के पेजों और पोस्टों को चलाता और देखता है। आइये यहां जानते हैं कि web developer kaise bane के बारे में विस्तार से जानते है।

वेब डेवलपमेंट क्या होता है-

सबसे पहले ये जानते है कि वेब डेवलपमेंट क्या होता है। वेब डेवलपमेंट यानी कि वेब विकास, इंटरनेट या निजी नेटवर्क के लिए वेबसाइटों और ऐप बनाने की एक प्रक्रिया होती है। वैसे तो  वेब विकास वास्तव में वेबसाइट डिज़ाइन से नहीं जुड़ा है बल्कि, यह सब प्रोग्रामिंग और खासकर कोडिंग के बारे में होता  है, जो वेबसाइट की कार्य क्षमता को और बढ़ता जाता है। आज के दौर में डेवलपर्स ने इंटरनेट पर लगभग सभी उपकरण बनाए गए हैं, जो हम हर दिन प्रयोग करते रहते हैं।  जैसे कि  वेब पेज, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऐप्स, ई-कॉमर्स वेबसाइटों और कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) और भी कई सारे होते है। अब जानते है कि वेबसाइट कितने प्रकार के हो सकते है।

वेबसाइट के प्रकार –

  • सोशल मीडिया वेबसाइट
  • शॉपिंग वेबसाइट
  • किसी भी स्कूल और कॉलेज की अपनी अपनी पर्सनल वेबसाइट
  • किसी संस्थान की वेबसाइट

इस तरह से वेब विकास या वेब डेवलपर के भी तीन परतें भी होती है।

1 . Front-end (क्लाइंट-साइड कोडिंग)-  सबसे पहले इस वेबसाइट में एक फ्रंट-एंड

क्लाइंट-साइड स्क्रिप्टिंग, या फ्रंट-एंड डेवलपमेंट को शामिल किया जाता है। इससे बना सब कुछ जो अंतिम कस्टमर सीधे अनुभव कर सकता है। वैसे तो  फ्रंट एंड कोड एक वेब ब्राउज़र में execute करता है, जिससे  कस्टमर किसी भी वेबसाइट पर जो कुछ देखते हैं, उससे सीधे जुड़ जाते हैं। और इस तरह से  फ्रंट एंड लेआउट, फ़ॉन्ट, कलर, मेनू और  contact form को कंट्रोल करता है।

2 . Back-end (बैकएंड सर्वर-साइड कोडिंग) – एक ऐसा वेबसाइट जहां पर सब कुछ जो पर्दे के पीछे होता है, उसे बैक एंड सर्वर-साइड कहा जाता है। और इस तरह के  सर्वर-साइड स्क्रिप्टिंग, या बैक एंड डेवलपमेंट भी कहलाता है। वैसे तो ये कहा जा सकता है कि बैकएंड एक वेबसाइट का वह हिस्सा होता है जिसे कोई व्यक्ति वास्तव में नहीं देखता है। यह फ्रंट एंड पर सही ढंग से काम करने के अलावा डेटा को भी स्टोर करता है और उसे arranged अरेजन्ड करने का काम करता है। जैसे कि जब कोई ग्राहक एक फॉर्म भरता है, जब ग्राहक पक्ष से कोई घटना हो जाती है और मान लीजिए कि कोई व्यक्ति एक आवेदन भरना होता है और Browser सर्वर-साइड पर एक आवेदन भेजता है। तो फिर सर्वर-साइड फ्रंट-एंड एक कोड के रूप में आवश्यक जानकारी के साथ “प्रतिक्रिया” feedback भी प्रदान करता है, जिसे ब्राउज़र समझा और दिखा भी सकता है।

3 . Database technologies (डेटाबेस टेक्नोलॉजी)  – इस तरह के डेटाबेस टेक्नोलॉजी  भी वेबसाइटों पर ही निर्भर करती है। हालांकि डेटाबेस में वे सभी फ़ाइलें और सामग्री होती हैं जो कि किसी भी वेबसाइट को चलाने के लिए आवश्यक होता है, और इसे इस तरह स्टोरेज किया जाता है कि इसे फिर से ओपन करना, व्यवस्थित arranged करना, edited संपादित करना और सेव करना आसान हो जाता है। ज्यादातर वेबसाइटें रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (आरडीबीएमएस) का उपयोग करती हैं क्योंकि डेटाबेस एक सर्वर पर चलता है।

वेब डेवलपर बनना कैसे शुरू कर सकते है –

वैसे तो Web developer बनने के कई रास्ते हो सकते  हैं। इनमें से तो कुछ इस प्रकार के है-

वेब  डेवलपर Web developer बनने का सबसे  पहला तरीका  कम्प्यूटर साइंस computer science में डिग्री लेना आवश्यक होता है। वैसे तो  इंजीनियरिंग करते समय आपको वेब डेवलपमेंट का अपना भविष्य पहले ही चुनना होता है। इससे आपको वेब डेवलपमेंट में एक अच्छा स्कोप  मिल सकता है। वैसे तो इंजीनियरिंग के बाद वेब डेवलपमेंट में आप पीएचडी भी कर सकते हैं अगर आप इस फील्ड में और अधिक अपनी पकड़ बनाना चाहते हैं।

दुसरा तरीका ये हो सकता है कि आप स्नातक करने के बाद कई ऐसे  संस्थान होते है जो  वेब डेवलपमेंट का कोर्स करवाते हैं। यदि आप स्नातक नहीं करना चाहते हैं, तो भी आप एक संस्थान में जाकर Web Development का कोर्स कर सकते हैं। वैसे यह  कोर्स 3 से 4 महीने के भी हो सकते  हैं। वेब डेवलपर बनने के लिए आपको डिग्री और सर्टिफिकेट दोनों का होना  आवश्यक होता है।

सर्टिफिकेट कोर्स CERTIFICATION COURSES करने के लिए –

आजकल तो एक Web Developer  बनने में लगभग छह महीने से लेकर एक साल का समय लग सकता है।  इस तरह के कोर्स में बिगिनर पूर्ण स्टैक वेब डेवलपमेंट JavaScript, Python, C++, HTML, Php, और इसके अन्य प्रोग्रामिंग विषय भी शामिल होता है। आप ऑनलाइन एक प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स Coursera, Udemy, Udacity आदि जैसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं जो वेब डेवलपर कोर्स ऑफर करते हैं।

वेब डेवलपमेंट नॉलेज –  एक वेब डेवलपर बनने के लिए सबसे जरूरी है कि आप इसके लिए आप बेसिक कोडिंग और डिजाइनिंग सीखना होता है और अपनी स्किल्स को इंप्रूव कर सकते है। इसके लिए आप इंटरनेट या  YouTube में भी ऐसे कई वीडियो उपलब्ध होते हैं, जिसके जरिए आप बेसिक वेब डिजाइनिंग और कोडिंग सीख सकते हैं।

फॉर्मल एजुकेशन – आज के समय में बड़ी और अच्छी कंपनियों में करियर के लिए फॉर्मल एजुकेशन को अधिक इमपोटेट माना जाता है। इसके लिए आप कंप्यूटर साइंस, वेब डेवलपमेंट, डिज़ाइन या किसी अन्य सम्बंधित विषय में बैचलर डिग्री का आप्शन चुन सकते हैं। फिर  इसके बाद आप चाहे तो मास्टर डिग्री भी कर सकते है।  आप फॉर्मल एजुकेशन से अलग – अलग वेब डेवलपमेंट प्रैक्टिस और इसके नियमों को समझ कर इसे विकसित कर सकते है।

प्रैक्टिस कर सकते है –

एक अच्छा वेब  डेवलपर बनने के लिए सबसे पहले  प्रैक्टिस करना जरूरी होता है। इसके लिए आप अपने फ्रीलान्स प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं या अपने दोस्तों के साथ किसी प्रोजेक्ट पर भी काम कर सकते हैं। साथ ही  कोडिंग का प्रैक्टिस करना और इस तरह वेब डेवलपमेंट से आपको बड़ी चुनौतियों के लिए आपको तैयार करता है जिनका आपको अपने करियर के बाद के स्टेप्स में सामना करना पड़ सकता है। वैसे तो आप किसी इंटर्नशिप प्रोग्राम का भी हिस्सा बन सकते हैं इससे आपको वर्क एक्सपीरियंस भी प्राप्त होता है, जो कि आपके फ्यूचर में एक अच्छी जॉब के लिए आपकी सहायता करता है।

अपना वर्क पोर्टफोलियो –

अब आप एक वेब डेवलपर के रूप में आपके एक्सपीरियंस और एक्सपेर्टीज़ को शामिल  करके आप अपना पोर्टफोलियो बना सकते है।  एक पोर्टफोलियो के माध्यम से, आप अपने टैलेंट और क्षमताओं को बेहतर ढंग से प्रदर्शित कर सकते हैं। जो आपको एक बेहतरीन जॉब दिला सकती है और ढ़ेर सारा पैसा कमा सकते है।

वेब डेवलपर की सैलरी –

एक वेब डेवलपर की महीने की सैलरी उसकी स्किल पर निर्भर करती है। वैसे तो क्या आपको पता है कि जो जितना अच्छे से वेब डेवलपमेंट आता होगा वह उतना ही  अच्छा पैसा कमा सकते है।  एक वेब डेवलपर की औसत सैलरी महीने के 25,000 से 1,00,000 लाख रुपये तक हो सकती है। अगर आप एक फुल स्टैक डेवलपर होते  है तो आपकी सैलरी लाखों रुपये में हो सकती है। वैसे तो एक वेब डेवलपर की शुरुआत में ही  लगभग 1.2 लाख रुपये प्रति साल में मिल जाते हैं। वहीं औसतन सैलरी भी लगभग 3.1 लाख रुपए तक हो सकती है।

Leave a Comment